2009 में, ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने भारत के पहले ग्लोबल लॉ स्कूल, जेजीएलएस की स्थापना के साथ अपना पहला अकादमिक सत्र शुरू किया। जेजीएलएस, बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता प्राप्त है और यह तीन वर्षीय एलएलबी प्रोग्राम, पांच वर्षीय बी.ए./बी.बी.ए./बी.कॉम. एलएल.बी. (ऑनर्स.) प्रोग्राम, एलएल.बी. प्रोग्राम तथा ऐसे एलएलएम प्रोग्राम, करवाता है – जिसकी विशेषज्ञता के छह क्षेत्र हैं : कॉर्पोरेट और वित्तीय कानून; अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून; बौद्धिक संपदा अधिकार; कराधान; पर्यावरण कानून, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन; विवाद समाधान; और चुनाव कानून।
जेजीयू को दुनिया भर के कई संस्थानों द्वारा व्यापक रूप से मान्यता दी गई है। इसने हमें 50 से अधिक देशों में 250 से अधिक संस्थानों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विकसित करने में सक्षम बनाया है। जेजीएलएस ने दुनिया भर के अग्रणी लॉ स्कूलों के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग विकसित किया है, जिसके परिणामस्वरूप फैकल्टी और छात्रों का आदान-प्रदान, संयुक्त शिक्षण, संयुक्त अनुसंधान, संयुक्त प्रकाशन, डुअल डिग्री प्रोग्राम, संयुक्त कार्यकारी शिक्षा कार्यक्रम, ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन स्कूल और विदेशों में अध्ययन कार्यक्रमों का कार्यान्वयन हुआ है।
2020 में, जेजीयू को भारत सरकार द्वारा एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में मान्यता प्राप्त था। 2021 में, जेजीएलएस को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग द्वारा भारत के नंबर-1 लॉ स्कूल का दर्जा दिया गया था और इसका रैंक विश्व के टॉप 100 लॉ स्कूलों में आता है।